महाराष्ट्र के अमरावती जिले में घूमने और देखने लायक कई आकर्षक स्थान हैं, जो धार्मिक, प्राकृतिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं। यह जिला विदर्भ क्षेत्र में स्थित है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता, वन्यजीव अभयारण्यों, प्राचीन मंदिरों और हिल स्टेशनों के लिए प्रसिद्ध है।
आइए, महाराष्ट्र के अमरावती जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में विस्तार से
जानते हैं:
चिखलदरा हिल स्टेशन
अमरावती जिले का सबसे बड़ा आकर्षण चिखलदरा
है। यह महाराष्ट्र का एकमात्र कॉफी उत्पादक
क्षेत्र है और सतपुड़ा पर्वतमाला में स्थित एक बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है।
प्राकृतिक सुंदरता:
चिखलदरा अपनी घनी हरियाली,
गहरी घाटियों, झीलों और झरनों के लिए जाना जाता है। यहाँ से
शानदार प्राकृतिक नज़ारे और सूर्योदय-सूर्यास्त का मनोरम दृश्य देखने को मिलता है।
पौराणिक महत्व: माना जाता है कि इसी स्थान पर महाभारत के
बलशाली भीम ने कीचक नाम के राक्षस का वध किया था और उसे घाटी में फेंक दिया था। इस
जगह का नाम 'कीचकदरा' से 'चिखलदरा' पड़ गया।
प्रमुख दर्शनीय स्थल:
भीमकुंड: यह एक गहरी खाई है,
जिसे पौराणिक भीम से जोड़ा जाता है।
मेळघाट टाइगर रिजर्व:
चिखलदरा इसी रिजर्व के अंतर्गत आता है।
गाविलगढ़ किला: यह एक प्राचीन और ऐतिहासिक किला है जो
चिखलदरा के पास स्थित है।
देवी प्वाइंट और मोजारी प्वाइंट:
ये दर्शनीय स्थल हैं जहाँ से आप घाटी के
शानदार नज़ारे देख सकते हैं।
मेळघाट टाइगर रिजर्व
यह अमरावती जिले का एक महत्वपूर्ण वन्यजीव अभयारण्य है और भारत के प्रमुख
टाइगर रिजर्व में से एक है।
विशेषता: मेळघाट टाइगर रिजर्व सतपुड़ा पर्वतमाला के
दक्षिणी भाग में स्थित है। यह बाघों के अलावा, तेंदुआ, भालू, सांभर, चीतल और कई प्रकार के पक्षियों का घर है।
प्रकृति प्रेमियों के लिए:
यह जगह वन्यजीव फोटोग्राफी और नेचर वॉक के
लिए बहुत अच्छी है।
ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल
अमरावती में कई प्राचीन मंदिर और ऐतिहासिक स्थल हैं:
अंबादेवी मंदिर: यह अमरावती शहर के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में
से एक है। यह देवी अंबा (दुर्गा) को समर्पित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार,
भगवान कृष्ण ने रुक्मिणी का अपहरण कर इसी
मंदिर में उनसे विवाह किया था। नवरात्रि के दौरान यहाँ भक्तों की भारी भीड़ होती
है।
एकवीरा देवी मंदिर:
यह अंबादेवी मंदिर के पास ही स्थित एक
प्राचीन मंदिर है, जो देवी रेणुका माता को समर्पित है।
सतीधाम मंदिर: यह भी अमरावती का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल
है, जहाँ श्री रानी सती बसंत महोत्सव मनाया जाता
है।
कौंडण्यपुर: यह एक प्राचीन स्थान है,
जिसे पौराणिक कथाओं में माता रुक्मिणी का
मायका बताया जाता है।
नरनाळा किला: यह अचलपुर के पास स्थित एक ऐतिहासिक पहाड़ी
किला है। यह अपनी शानदार वास्तुकला और मजबूत दीवारों के लिए जाना जाता है।
मनोरंजक और प्राकृतिक स्थल
छत्री तालाब और वडाली तालाब:
ये अमरावती शहर के अंदर स्थित लोकप्रिय तालाब
हैं, जहाँ लोग पिकनिक और नौका विहार के लिए आते
हैं।
गांधी बाग: यह शहर के उत्तरी भाग में स्थित एक सुंदर
बगीचा है जहाँ विशाल घास के मैदान और फूलों के बगीचे हैं। यह परिवार के साथ समय
बिताने के लिए एक शांत और सुखद जगह है।
शक्कर झील और कालापानी झील:
ये चिखलदरा के पास स्थित झीलें हैं,
जहाँ आप नौका विहार और शांत वातावरण का आनंद
ले सकते हैं।
अन्य महत्वपूर्ण स्थान
जाम घाट: यह एक प्रमुख तीर्थ स्थल है,
जिसे गंगा और यमुना नदियों के संगम के समान
पवित्र माना जाता है। यहाँ लोग स्नान और पूजा-अर्चना करने आते हैं।
शंकराचार्य क्षेत्र:
यह एक प्राचीन हिंदू धार्मिक स्थल है जहाँ
शंकराचार्य ने ध्यान किया था। यहाँ आध्यात्मिक शांति का अनुभव किया जा सकता है।
अमरावती जिले के प्रमुख
पर्यटन स्थलों का सारांश:
स्थल |
प्रमुख आकर्षण |
विशेषता |
छत्री तालाब |
शिवाजी प्रतिमा, नौकाविहार |
शहरी झील, पिकनिक स्पॉट |
मेलघाट टाइगर रिजर्व |
जंगल सफारी, पक्षी देखना |
यूनेस्को विश्व धरोहर |
अंबादेवी मंदिर |
प्राचीन वास्तुकला, नवरात्रि उत्सव |
जिले के नाम का स्रोत |
गविलगढ़ किला |
ऐतिहासिक खंडहर, ताप्ती नदी दृश्य |
गोंड राजवंश की विरासत |
एकवीरा देवी मंदिर |
वार्षिक मेला, लोक कला प्रदर्शन |
कोली समुदाय का तीर्थ |
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