तमिलनाडु का कल्लाकुरिची ज़िला, अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यह ज़िला प्राचीन मंदिरों, हरे-भरे खेतों और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।
कल्लाकुरिची ज़िले में घूमने की कुछ प्रमुख जगहें हैं:
श्री नीलकंठेश्वर मंदिर:
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और अपनी अद्भुत वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर का शिवलिंग पत्थर का बना हुआ है और यह माना जाता है कि यह स्वयंभू है।
इस मंदिर का निर्माण कब हुआ था,
इस बारे में सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है,
लेकिन माना जाता है कि यह बहुत पुराना मंदिर है। स्थानीय लोगों के अनुसार,
यह मंदिर सदियों से भक्तों के लिए आस्था का केंद्र रहा है।
मंदिर की वास्तुकला द्रविड़ शैली की है, जो दक्षिण भारत के मंदिरों की विशेषता है। मंदिर का गोपुरम (प्रवेश द्वार) बहुत ही भव्य और आकर्षक है। मंदिर के अंदर भगवान शिव की एक विशाल और सुंदर मूर्ति स्थापित है।
आप चेन्नई से बस या ट्रेन द्वारा कल्लाकुरिची पहुंच सकते हैं। कल्लाकुरिची से मंदिर तक पहुंचने के लिए आप स्थानीय परिवहन का उपयोग कर सकते हैं।
श्री काली मंदिर:
यह मंदिर माँ काली को समर्पित है और यह अपनी शांत और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है। मंदिर में माँ काली की एक सुंदर मूर्ति स्थापित है।
मंदिर की वास्तुकला द्रविड़ शैली की है,
जो दक्षिण भारत के मंदिरों की विशेषता है। मंदिर का गोपुरम (प्रवेश द्वार) बहुत ही भव्य और आकर्षक है। मंदिर के अंदर माँ काली की एक विशाल और सुंदर मूर्ति स्थापित है।
सुरंभंगी झरना:
यह झरना कल्लाकुरिची ज़िले में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। झरने का पानी क्रिस्टल क्लियर है और यह घने जंगलों से घिरा हुआ है।
कल्लाकुरिची ज़िले में स्थित सुरंभंगी झरना प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग जैसा है। घने जंगलों के बीच बसा यह झरना अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।
झरने का पानी क्रिस्टल क्लियर है और यह घने जंगलों से घिरा हुआ है। झरने तक पहुंचने के लिए आपको थोड़ी सी ट्रेकिंग करनी होगी जो आपके अनुभव को और रोमांचक बनाती है। साल के किसी भी समय आप इस झरने पर जा सकते हैं,
लेकिन मानसून के मौसम में झरना अपने चरम पर होता है।
सलामेश्वरम मंदिर:
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यह अपनी अद्भुत वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर में एक विशाल गोपुरम है और यह एक शांत और शांतिपूर्ण वातावरण में स्थित है।
कल्लाकुरिची किला:
यह किला एक ऐतिहासिक स्थल है और यह 17वीं शताब्दी में बनाया गया था। किला अपनी मजबूत दीवारों और विशाल द्वार के लिए प्रसिद्ध है।
किले की वास्तुकला दक्षिण भारतीय शैली की है। इसकी मजबूत दीवारें,
विशाल द्वार और ऊंचे बुर्ज इसे एक दुर्गम किला बनाते थे। किले के अंदर कई महल,
मंदिर और अन्य इमारतें थीं।
कल्लाकुरिची में बजट फ्रेंडली होटल
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